थोड़ा थोड़ा करके खुद को संभाल रही उजड़ी हुई ज़िन्दगी को फिर से संवार रही। थोड़ा थोड़ा करके खुद को संभाल रही उजड़ी हुई ज़िन्दगी को फिर से संवार रही।
छोड़ देना जिंदगी को समर्पित करदेना। छोड़ देना जिंदगी को समर्पित करदेना।
ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब हम कुछ खो रहे होते हैं, तब साथ ही कुछ पा भी रहे होते हैं। इश्क़ भी इस से अछूत... ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब हम कुछ खो रहे होते हैं, तब साथ ही कुछ पा भी रहे होते हैं...
अपने अस्तित्व को पहचान सकें। खुद से साक्षात्कार कर, खुद को जान सकें। अपने अस्तित्व को पहचान सकें। खुद से साक्षात्कार कर, खुद को जान सकें।
जो हमें मिला है वो हमीं तलक रह जाएगा रंज - ओ- गम के किस्से क्यूँ बच्चे तलाशेंगे जो हमें मिला है वो हमीं तलक रह जाएगा रंज - ओ- गम के किस्से क्यूँ बच्चे तलाशे...
ख़ुद में रह कर वक़्त बिताओ तो अच्छा है, ख़ुद का परिचय ख़ुद से कराओ तो अच्छा है। ख़ुद में रह कर वक़्त बिताओ तो अच्छा है, ख़ुद का परिचय ख़ुद से कराओ तो अच्छा है।